Sunday, September 19, 2010

मैंने देखा

मैंने देखा सड़क के पार
कुछ नयी इमारते बनी थी
पहले नहीं थी शायद नयी ही होंगी
इमारतों के आगे कुछ नयी
 विदेशी गाड़िया भी खड़ी  थी
महँगी होंगी शायद आम आदमी
के पहुँच के बाहर !
 मैंने सोचा किसी  बड़े नौकरशाह
या किसी नेता , मंत्री का की  होगी
वरना कौन इतनी जल्दी इतना सब कुछ
कर लेगा !
कहा से कर लेगा ?
कैसे कर लेगा ?
धन कहा आया होगा ?
ये गगनचुम्बी  भव्य इमारते
ये आलिशान विदेशी गाड़िया
पर मै ये क्यों सोच रहा हूँ
किसने किया क्यों किया कहा से किया ?
मैंने अभी लोगों से सुना की
जल्द ही राष्ट्रमंडल खेलो की
तैयारिया चल रही थी
शायद उन्ही में शामिल किसी की हो
शायद ये भी उसी तैयारी का हिस्सा हो
मैंने देखा सड़क के पार ......!