वो जो कल तक फूल थे काटों की तरह चुभ गए
जल रहे थे कल तलक वो आज दिए बुझ गए
हमको जब तक चुभ रहे थे मुस्कुराते क्यू थे तुम
आज जब तुमको चुभा तो बौखला कर गिर गये
जल रहे थे कल तलक वो आज दिए बुझ गए
हमको जब तक चुभ रहे थे मुस्कुराते क्यू थे तुम
आज जब तुमको चुभा तो बौखला कर गिर गये
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