Saturday, May 5, 2012

मेरा प्यार याद रखना

ये मधुर-मिलन हमारा ये बहार याद रखना 
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना


कभी तुमसे कोई पूछे कभी आशना थे क्या तुम
न लबों को खोल देना ये  करार याद  रखना
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना

तुम आओ या न आओ मुझे अब गिला नहीं है
मै करूँगा इसी दर पे    इंतजार याद रखना
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना

शीशे के घर में जाकर पत्थर न फेकना तुम
टूटेगा दिल हमारा हर बार याद रखना
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना

मंजिल पे नज़र रख कर राहों पे चलते रहना
मै कही पे फिर मिलूँगा मेरे यार याद रखना
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना

बिछड़ेंगे आज हम तो ख्वाबो में मिल ही लेंगे
दो दिल है हम जुदा पर एक्जां है याद रखना
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना

सब कुछ जो तुम भुला दो मुझे कोई गम नहीं है
यहाँ नाम मेरा लिख दो ये दिवार याद रखना
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना

"दीपक" तुम्हे वफ़ा में तन्हाइया मिली है
बेहतर है भूल जाना मुश्किल है याद रखना
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना
ये मधुर-मिलन हमारा ये बहार याद रखना 
हो तुम बिछड़ने वाले मेरा प्यार याद रखना

2 comments:

  1. बहुत ही बढ़िया ज्ञान जी ...... आपने शब्द बहुत ही चुन कर प्रयोग किये है... मुझे आपकी यह रचना बहुत अच्छी लगी....

    ReplyDelete