तुमसे सिकवा नहीं गिला भी नहीं
अब आँखों में अश्को का काफिला भी नहीं
भूलना चाहते तो भूल भी गए होते
पर तेरे जैसा कोई हमसफ़र मिला भी नहीं
चाँद सूरज न सितारे न चांदनी कोई
अब तो रिश्तो का सिलसिला भी नहीं
दोस्ती किससे और कैसे करे
फिर से जखम खाने का हौसला भी नहीं
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